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छत्तीसगढ़ में वोटिंग के बीच सुरक्षाबल और नक्सलियों में मुठभेड़, क्या बोला निर्वाचन आयोग

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द फॉलोअप टीम 

छत्तीसगढ़ में जारी वोटिंग के बीच सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होने की खबर मिल रही है। दोनों ओर की फायरिंग के कारण कुछ देर के लिए वोटिंग को रोकना पड़ा है। खबरों में कहा गया है कि सुरक्षा बल और पुलिस जवानों के बीच कई राउंड में जमकर गोलीबारी हुई है। किसी भी ओर से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। इस बाबत एसपटीएफ ने कहा है कि सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों पर भारी पड़े हैं। इसलिए कुछ ही देर की मुठभेड़ के बाद वे इलाके से भाग गये। फायरिंग कोंटा सीट के एक मतदान केंद्र के निकट हुई है। बता दें कि कोंटा विधानसभा सीट आरक्षित सीट है। यहां नक्सलियों ने चुनाव का बहिष्कार कर रखा है। लेकिन मतदान बदस्तूर सामान्य तरीके से जारी है।

10 मिनट तक हुआ दोनों ओर से फायरिंग 

इस बात से बौखलाये नक्सिलियों ने मतदान केंद्र के आसपास तैनात एसटीएफ जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद एसटीएफ के जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इससे नक्सलियों के हौंसले पस्त हो गये। कुछ ही देर में वे मैदान छोड़कर घने जंगल की ओर निकल गये। मिली खबर के मुताबक दोनों ओर से लगभग 10 मिनट फायरिंग होती रही है। पुलिस ने बताया है कि इस मुठभेड़ में उनको कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ा है। एसटीएफ के जवानों ने उनको जंगल की ओऱ खदेड़ दिया है। माओवादियों का इरादा इलाके में खौफ पैदा कर चुनाव को बाधित करना था। इस मंसूबे को नाकाम कर दिया गया है। 

20 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं। सुकमा की कोंटा सीट इसी 20 विस सीटों में से एक है, जो की आरक्षित सीट है। सुकमा एसपी ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। किसी तरह की कोई बाधा मतदान में नहीं पड़ी है। हालांकि सोशल मीडिया पर ये खबर वायरल की जा रही है कि नक्सलियों ने मतदान केंद्र की घेराबंदी कर ली है। ये गलत खबर है। इस बाबत निर्वाचन आयोग ने कहा है लोग किसी तरह की गलत खबर न फैलाएं। साथ ही उन्होंने अफवाहों से बचने की सलाह भी मतदाताओं की दी है।